कमांडिंग अथॉरिटी के एक आदमी, बॉस, एक निश्चित कर्मचारी के लिए एक विशेष शौक था, जो उसकी लगातार चटपटी हरकतों के लिए जाना जाता था। स्टॉकिंग्स में जकड़ी हुई इस चंचल लड़की ने कई मौकों पर उसकी नजरें पकड़ ली थीं, पेशेवर क्षेत्र से परे अपने रिश्ते का पता लगाने के लिए उसके भीतर एक इच्छा जगाई थी। उसने घंटों बाद उसे अपने कार्यालय में आमंत्रित किया, और जब वह पहुंची, तो उसने अपने सच्चे इरादों का खुलासा करने में कोई समय बर्बाद नहीं किया। उसने उसे एक निजी कमरे में ले गया, जहां असली खेल शुरू हुआ। उसने उसे खेल शुरू किया, यह पूछते हुए कि क्या वह जानती थी कि वह उससे वास्तव में क्या चाहती है। वह चुदक्कड़ बनी रही, उसकी आंखें प्रत्याशा से चमक रही थीं। उसने फिर अपनी सख्त इच्छा प्रकट की, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि वह उसे चाहता था। वो झिझकती नहीं, बेसब्री से उसे मुंह में ले रही थी। उनका जोश बढ़ता गया, उनके जिस्म चाहत के नर्तन में डूबते चले गए। अब और न रोक सकने में असमर्थ बॉस ने उनको पीछे से ले लिया, आनंद के शिखर पर पहुँचते उनके जिस्म लय में हिलते हुए। गठीली लड़की, अब चुप, अपनी अंतरंग मुठभेड़ के परमानंद में खो गई थी।.