सालों के इंतजार के बाद आखिरकार मुझे अपनी सहेलियों के साथ सुडौल गर्लफ्रेंड का हुक लगाने का अवसर मिला.उसकी एक कातिलाना गांड और मुख मैथुन की अतृप्त भूख मिल गयी.जब मैं उसके स्थान पर लुढ़क गया, तो वह पहले से ही निर्वस्त्र होकर जाने के लिए तैयार थी.वह सोफे पर झुकी हुई थी, और मैंने अपने लंड को उसके इंतज़ार कर रहे मुँह में गहराई तक सरकाने में कोई समय बर्बाद नहीं किया.एक मनमोहक डीपथ्रोट सेशन के बाद हम पीछे से चले गए.उसकी टाइट चूत मेरे लंड पर वैक्यूम की तरह चूसी, मुझे परमानंद में छोड़ रही थी.मुझे अपना चरमसुख ऊपर उठते हुए महसूस हो रहा था, और मुझे पता था कि मुझे बाहर खींचना था.लेकिन जैसे ही मैं बाहर निकलने वाला था, उसने मुझे यह सब घूमने के लिए मना लिया.उसने मेरे लंड को मुँह में ले लिया और मेरे वीर्य की हर आखिरी बूंद को पी गई.यह मेरे जीवन का सबसे अच्छा पल था.उसकी मीठी चूत का स्वाद मेरे वीर्य के स्वाद के साथ मिला हुआ था.मुझे उम्मीद थी कि जल्द ही मैं इसे फिर से स्वर्ग में पा सकूं.